औरैया: डीएम डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी की कार्यशैली से प्रेरित होकर एक क्लास 11 की छात्रा डीएम से मिलने पहुंच गई। छात्रा के डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी से कहा की मुझे आप जैसा बनना है। इस पर इंद्रमणि त्रिपाठी डीएम की कुर्सी से उठ गए और कहा आज आप डीएम बनकर कार्यभार देखो। आज यह सपना मैं पूरा किए दे रहा हुं और आगे मेहनत से पढ़ाई करके यह मुकाम हासिल कर लो। एक घंटे के लिए डीएम की कुर्सी पर बैठकर छात्रा ने फरियाद सुनी और उनके निस्तारण के निर्देश दिए।
बेला निवासी महेंद्र पाल सिंह भदौरिया की पुत्री सुप्रिया भदौरिया शनिवार को अपने भाई अनुज भदौरिया के साथ औरैया गई थी। इसके बाद वह सुप्रिया भाई के साथ ककोर स्थित जिला मुख्यालय पहुंची और डीएम डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी से मिली। छात्रा सुप्रिया ने डीएम से कहा की आपकी कार्यशैली से प्रभावित हूं। आपने फरियादी के पराठे खाए और बुजुर्ग महिला को सरकारी गाड़ी से घर भिजवाया। इसलिए वह भी आपके जैसा अधिकारी बनना चाह रही है। इस पर डीएम डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा की मेहनत से पढ़ाई करो तो जरूर अच्छी अधिकारी बनोगी। आज आपकी इच्छा मैं पूरी किए दे रहा हूं। इतना कहकर इंद्रमणि त्रिपाठी डीएम की कुर्सी से उठ गए और छात्रा से कहा की वह डीएम बनकर फरियाद सुनो। इसके बाद फरियादियों की शिकायत छात्रा ने सुनी। इंद्रमणि त्रिपाठी आगुंतक कुर्सी पर बैठे रहे। इस दौरान एक महिला ने ससुराल से परेशान होने की बात कही। इस पर डीएम बनी छात्रा सुप्रिया ने संबंधित पुलिस को निर्देश दिए इसके साथ ही कोर्ट की शरण लेने की सलाह दी। इसके बाद
अन्य शिकायतों को सुनकर निस्तारण के निर्देश दिए। इस अवसर पर सुप्रिया ने जिलाधिकारी को अंगूर की पौध दी तथा जिलाधिकारी ने भगवान गणेश जी की मूर्ति भेंट की।