प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय जाने का मुख्य रास्ता है यह रोड
बाबरपुर रोड से ग्रामीणों क्षेत्रों से गुजरता हुआ अछल्दा बघुआ के आगे अछल्दा रोड मे मिलता है
ग्रामीणों परिवाहन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है यह रोड
औरैया। फफूँद बाबरपुर रोड से निकला लिंक रोड जो जुआ गांव होता हुआ गांव बघुआ के आगे अछल्दा रोड से जुड़ जाता है l यह पी डब्लू डी विभाग का रोड है ग्रामीणों परिवाहन की दृष्टि से महत्व पूर्ण है, रोड गांव जुआ मे जर्जर हालत में है।
ग्रामीण परिवाहन के अति महत्वपूर्ण माना जाने वाला पी डब्लू डी विभाग का रोड़ जो फफूँद बाबरपुर रोड़ पर स्थित केशमपुर गांव के आगे से निकला है गांव जुआ होता हुआ अछल्दा ब्लॉक क्षेत्र के गांव बघुआ से आगे अछल्दा रोड़ मे मिल जाता है,लिंक रोड़ के पहले जुआ गांव मे अमृतसरोवर तालाब के पास रोड़ मे बढ़े बढ़े गड्डे हो गए बरसात का पानी गड्डों मे भर जाने से आये दिन बाइक सवार इन गड्डों मे फिसलकर गिर जाते है।
गांव मे इसी रोड़ पर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थिति है, जुआ गांव मे अन्य गावों के बच्चे भी उच्च प्राथमिक विद्यालय मे पढ़ने के लिए आते है, विद्यालय आने जाने वाले बच्चों को भी रोड़ पर बढ़े बढ़े पानी से भरे गड्डों से होकर गुजरना पड़ेगा, पानीबसे भरे गड्डों मे यदि बच्चे गिर गए तो वे चोटिल भी हो सकते है या उनकी ड्रेस खराब हो सकती है जिससे बच्चों की शिक्षा मे बाधा आएगी इस लिंक रोड़ पर क्षेत्र के पचास से अधिक गावों के ग्रामीणों का आना जाना है, ग्रामीणों क्षेत्र का यह व्यस्त रोड़ है।
ग्रामीण परिवाहन की दृष्टि से यह अति महत्वपूर्ण मार्ग है, इस लिंक रोड़ पर स्थित गावों के किसान अपनी फसलों और सब्जियों को बेचने के लिए फफूँद, अजीतमल, बाबरपुर, दिबियापुर, अछल्दा, औरैया की मंडियों मे लोडर,ट्रेक्टर आदि वाहनो से ले जाते है जुआ गांव मे रोड़ के गड्डों मे वाहन फ़स जाते है किसान अपनी सब्जी और फसलों को समय पर मंडी लेकर नही पहुंच पाते जिससे उन्हें आर्थिक नुक्सान होता है।
कार सवार, बाइक सवार, साईकिल सवार एवं पैदल चलने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जुआ पंचायत के प्रधान अनवर बक्स ने जानकारी देते हुए बताय कि उन्होंने कई बार पी डब्लू डी के अधिकारियों को लिखित प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कोई सुनवाई नही हुई कोई अधिकारी मौका देखने भी नही आया। गांव मे रोड़ की हालत खराब है, बरसात मे हालत और बदतर होते जा रहे है पढ़ने वाले बच्चों का भी निकलना मुश्किल हो जाएगा।