फफूँद औरैया
बारिश के शुरू होते ही हरी सब्जियों की फसलों मे सड़न हो रही है जिससे सब्जियों के उत्पादन पर सीधा असर पड़ा है स्थानीय बाजार मे सब्जियों की आमद कम होने से सप्ताह भर पहले के भाव से दूने दामों मे सब्जियाँ बिकने लगी है जिससे आम आदमी की थाली से दूर हो रही है सब्जियाँ l
पैदावार कम होने का असर स्थानीय बाजार पर दिखने लगा है. हरी सब्जियां महंगी होने लगी है आलू व प्याज की कीमत पहले से ही आसमान छू रही थी अब हरी सब्जियों की कीमत बढ़ने से गरीवो की पहुंच से सब्जियाँ बाहर होती जा रही है सब्जी दुकानदार ने बताया कि बारिश के कारण सब्जी के भाव बढ़ गये हैं बारिश के चलते 60 फीसदी फसल खराब हो गयी. इसकी क्षति-पूर्ति के लिए 40 रुपये किलो वाला खीरा 50 से 60 रुपये किलो बेचना पड़ रहा है मानसून की बारिश की वजह से पैदावार में काफी कमी आ गयी है।मंडियों में सब्जी बाहर से आने लगी हैं इस कारण स्थानीय बाजार मे सब्जियों के भाव अधिक बढ़ गए है बाजार में टमाटर 80 प्रति किलो,भिड़ी 50/प्रति किलो,अरबी 60/प्रति किलो, बैंगन 60/प्रति किलो,आलू 35/प्रति किलो, परमल 120/प्रति किलो, शिमला मिर्च 200/प्रति किलो,अदरक 200/प्रति किलो, लहसुन 250/प्रति किलो,प्याज 60/प्रति किलो,कटहल 30/प्रति किलो बिक रहा है जिससे आम जनमानस का रसोई का बजट बिगड़ा हुआ है।जबकि लगभग एक सप्ताह पहले यह सब्जियाँ आधे रेट मे बिक रही थी l